नीला चाँद
उस नीली सी झील के बीच एक चाँद नज़र आया, नम, खूबसूरत, पाक और बेनिशां, कुछ समझ नहीं आया, काफी देर तक सोचता रहा, थक कर महीन, नरम रेत से हटने लगा, चलता हुआ बहुत दूर आ गया था शायद, ख्याल आया पलट कर एक नज़र तो डालूँ क्या नज़ारा है..!!! देखा तो अचानक अपनी दीवानगी पर हंस पड़ा .... तेरी आँखों में शायद इतना डूब गया था... आरती